कोविड-19 की वजह से पाबंदियों के बीच देश-विदेश में फंसे भारतीयों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने वंदेभारत नाम से मिशन शुरू किया. लेकिन कालाबाजारी करने वाले इस नोबल मिशन में भी पलीता लगाने से बाज नहीं आए. लगता है उन्होंने इस मिशन को हाईजैक कर लिया है.
कोविड-19 की वजह से पाबंदियों के बीच देश-विदेश में फंसे भारतीयों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने ‘वंदेभारत’ नाम से मिशन शुरू किया. लेकिन कालाबाजारी करने वाले इस नोबल मिशन में भी पलीता लगाने से बाज नहीं आए. लगता है उन्होंने इस मिशन को हाईजैक कर लिया है.
इंडिया टुडे स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) की जांच से कई ट्रैवल ऑपरेटर्स की काली करतूतों का खुलासा हुआ है जो वंदेभारत टिकटों को मुश्किल में फंसे लोगों को मोटा प्रीमियम वसूल कर बेच रहे हैं. हालांकि एयर इंडिया ने एक्शन लेते हुए तीन एजेंट के माध्यम से एयर इंडिया का लेनदेन तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है.
बता दें कि भारत ने यह स्पेशल सर्विस 7 मई को शुरू की थी क्योंकि महामारी की भयावहता ने पूरी दुनिया में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर ब्रेक लगा दिया था. आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अब तक 10 लाख से अधिक भारतीयों को विदेश से घर वापस लाया गया है, इसी तरह एयर इंडिया की वंदेभारत उड़ानों से 130,000 से अधिक लोगों को भारत से बाहर भी भेजा गया.
अंडरकवर जांच में पाया गया कि एयरलाइन के निराशाजनक ढंग से धीमे बुकिंग पोर्टल पर ‘सोल्ड आउट’ के साइन देख कर हताश होने वाले यात्रियों को चूना लगाने से बेशर्म एजेंट बाज नहीं आ रहे.